Sahara Refund: सहारा समूह के प्रमुख 75 वर्षीय सुब्रत राय (Subrata Roy) का निधन मंगलवार, 14 नंवबर 2023 को हो गया है. वह काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे और मुंबई में उनका निधन हो गया है. लेकिन अब उनके निधन के साथ ही कई सवाल खड़े हो गए हैं. जैसे सहारा के निवेशकों को अब रिफंड कौन देगा, SEBI के पास पड़े सहारा के 25 हजार करोड़ रुपये का क्या होगा?
सुब्रत राय के समूह की सहारा पर कई केस दर्ज है इन पर पॉंजी स्कीम चलाने और नियमों के विरुद्ध जाकर धन इकट्ठा करने जैसे कई आरोप लगे हुए हैं. आपको बता दें कि 2011 में सहारा समूह की दो कंपनियों सहारा इंडिया रियल एस्टेट कॉरपोरेशन लिमिटेड (SIREL) और सहारा हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (SHICL) के तहत बॉंड के जरिए लगभग 3 करोड़ निवेशकों से धन जुटाया गया था.
सहारा समूह ने इस निवेश पर रिटर्न देने का वादा किया गया था, कुछ समय तक रिटर्न दिया भी लेकीन जब सरकार को इस बारे में पता चला तो अनियामक गतिविधियों के चलते बॉंड स्कीम पर रोक लगा दी गई. और सहारा की कई प्रोपर्टी और फंड को सेबी ने अधिग्रहीत कर लिया और निवेशकों से जुटाया गया यह धन वापस करने का भी आदेश दे दिया.
सेबी के पास जमा है 25 हजार करोड़
इस मामले के अगले आदेश में सहारा समूह को सेबी के पास 24,000 करोड़ रुपये जमा कराने को कहा गया ताकी निवेशकों को रिफंड दिया जा सके. इसके बाद पिछले 11 वर्षों में सेबी ने सहारा निवेशकों को 138.07 करोड़ रुपये का रिफंड दे दिया है. वैसे रिफंड के लिए आवेदन तो काफी ज्यादा आए थे लेकीन सहारा समूह द्वारा दिए गए डेटा से इन निवेशकों का मिलान ना होने के कारण उनके आवेदन रद्द कर दिए गए.
अब सेबी के द्वारा पुनर्भुगतान के लिए खोले गऐ विशेष खातों में कुल जमा राशी 25,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गई है. सिर्फ वित्त वर्ष 2022-23 में ही ये राशी 1000 करोड़ से भी ज्यादा बढ गई है.
पूंजी बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने इस फंड से जुडा़ अंतिम अपडेट 31 मार्च 2023 को दिया, जिसके तहत सेबी ने बताया की रिफंड के लिए खोले गए इन खातों में 31 मार्च 2023 तक 25,163 करोड़ रुपये जमा है.
सुब्रत रॉय से जुडे़ बवाल
4 मार्च 2014 को सुब्रत रॉय, सहारा से जुडे़ इसी मामले को लेकर कोर्ट में पेश होने पहुंचे थे. उस समय कोर्ट के बाहर मनोज शर्मा नाम के एक वकील ने सहारा समूह के प्रमुख के चेहरे और कपड़ों पर काली स्याही डाल दी थी. उस दिन कोर्ट के बाहर काफी बड़ा बवाल हुआ था जहां पर वकीलों ने “सुब्रत राय चोर है” के भी नारे लगाए. लेकिन सुब्रत रॉय स्याही से सने हुए कपड़े पहने हुए ही न्यायाधीश के आगे पेश हो गए थे.
अगस्त 2012 में सेबी के आदेश के अनुसार सभी सहारा निवेशकों की डिटेल और कागजात जमा कराने को कहा गया । जिसके बाद सहारा समूह 127 ट्रक लेकर सेबी के ऑफिस पहुंचा, जिसमें निवेशकों की डिटेल्स थीं। ऐसा कोई घटना देश में पहली बार हुई थी जब कागजात से भरे इतने ज्यादा ट्रक एक साथ देखे थे.