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PMEGP BUSINESS LOAN APPLY NOW: सरकार नए बिजनेस के लिऐ दे रही 25 लाख रुपये तक लोन

PMEGP BUSINESS LOAN: भारत सरकार ने युवाओं और उद्यमियों को स्वरोजगार के अवसर देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण योजना है प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP)। यह योजना 2008 में शुरू की गई थी, जिसका मुख्य उद्देश्य देश में रोजगार बढ़ाना और नए व्यवसायों को प्रोत्साहित करना है।

PMEGP के तहत लाभार्थियों को लोन के साथ-साथ सब्सिडी भी दी जाती है, जिससे उन्हें अपना व्यवसाय शुरू करने में वित्तीय सहायता मिलती है। यह योजना खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) द्वारा लागू की जाती है और इसमें बैंकों की साझेदारी होती है। PMEGP के तहत लोन और सब्सिडी देकर लोगों को अपना छोटा व्यवसाय शुरू करने में मदद की जाती है। इस लेख में हम आपको PMEGP लोन की पूरी जानकारी सरल हिंदी में देंगे।

PMEGP Business Loan

PMEGP Loan योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह न केवल शहरी बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन पर ध्यान केंद्रित करती है। इसके तहत मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर से जुड़े व्यवसायों को प्राथमिकता दी जाती है। उदाहरण के लिए, कपड़ा बुनाई, हस्तशिल्प, खाद्य प्रसंस्करण, डेयरी उत्पाद, इलेक्ट्रॉनिक्स असेंबलिंग, या फिर टूरिज्म से जुड़े सेवा क्षेत्र के व्यवसाय इस योजना के दायरे में आते हैं।

योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक को एक विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करनी होती है, जिसमें व्यवसाय की योजना, लागत और मार्केटिंग रणनीति शामिल होती है।

PMEGP Loan के मुख्य उद्देश्य

PMEGP Business loan का मुख्य उद्देश्य देश में बेरोजगारी को कम करना, नए उद्यमियों को प्रोत्साहित करना और छोटे व्यवसायों के माध्यम से आर्थिक विकास को गति देना है। PMEGP के तहत लाभार्थियों को लोन के साथ-साथ सब्सिडी भी दी जाती है, जिससे उन्हें अपना व्यवसाय शुरू करने में वित्तीय सहायता मिलती है। यह योजना खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) द्वारा लागू की जाती है और इसमें बैंकों की साझेदारी होती है।

  1. रोजगार सृजन: ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में नए व्यवसाय शुरू करके रोजगार के अवसर बढ़ाना।
  2. स्वरोजगार को बढ़ावा: युवाओं, महिलाओं और कमजोर वर्गों को अपना काम शुरू करने के लिए प्रेरित करना।
  3. छोटे उद्योगों को सपोर्ट: मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर में माइक्रो-एंटरप्राइजेज को बढ़ावा देना।

PMEGP Businesa Loan के लिए योग्यता

इस योजना के लिए आवेदन करने की पात्रता कुछ शर्तों पर निर्भर करती है। सबसे पहले, आवेदक की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए, लेकिन अधिकतम आयु सीमा निर्धारित नहीं है। शैक्षणिक योग्यता के मामले में, यदि कोई व्यक्ति मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 10 लाख रुपये से अधिक का प्रोजेक्ट शुरू करना चाहता है, तो उसके लिए कम से कम 8वीं कक्षा पास होना अनिवार्य है।

इसी तरह, सर्विस सेक्टर में 5 लाख रुपये से अधिक के प्रोजेक्ट के लिए भी 8वीं पास होना जरूरी है। SC/ST/OBC, महिलाएं, दिव्यांग व्यक्ति और पहाड़ी या सीमावर्ती क्षेत्रों के निवासियों को इस योजना में विशेष प्राथमिकता दी जाती है। हालांकि, एक महत्वपूर्ण शर्त यह है कि आवेदक ने पहले किसी अन्य सरकारी सब्सिडी योजना का लाभ नहीं लिया होना चाहिए।

  1. आयु सीमा: आवेदक की उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। कोई अधिकतम आयु सीमा नहीं है।
  2. शैक्षणिक योग्यता:
  • मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 10 लाख रुपये से अधिक के प्रोजेक्ट के लिए कम से कम 8वीं पास होना जरूरी।
  • सर्विस सेक्टर में 5 लाख रुपये से अधिक के प्रोजेक्ट के लिए 8वीं पास होना आवश्यक।
  1. विशेष श्रेणियाँ: SC/ST/OBC, महिलाएँ, शारीरिक रूप से अक्षम, और पहाड़ी/सीमावर्ती क्षेत्रों के निवासियों को प्राथमिकता।
  2. पहले से लोन न लिया हो: आवेदक ने पहले किसी अन्य सरकारी सब्सिडी योजना का लाभ नहीं लिया हो।

लोन की राशि और सब्सिडी

PMEGP Business Loan की अधिकतम सीमा व्यवसाय के प्रकार पर निर्भर करती है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के लिए अधिकतम 25 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है, जबकि सर्विस या बिजनेस सेक्टर के लिए यह सीमा 10 लाख रुपये है। सब्सिडी का प्रतिशत ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के आधार पर अलग-अलग है। ग्रामीण इलाकों में सामान्य वर्ग के लिए 25% और SC/ST/OBC/महिलाओं के लिए 35% सब्सिडी मिलती है।

वहीं, शहरी क्षेत्रों में सामान्य वर्ग को 15% और विशेष श्रेणियों को 25% सब्सिडी प्रदान की जाती है। उदाहरण के तौर पर, अगर एक ग्रामीण महिला 10 लाख रुपये का सर्विस सेक्टर प्रोजेक्ट शुरू करती है, तो उसे 3.5 लाख रुपये (35%) सब्सिडी मिलेगी और बाकी 6.5 लाख रुपये बैंक लोन के रूप में दिए जाएंगे। इसके अलावा, आवेदक को प्रोजेक्ट लागत का 5% से 10% तक “मार्जिन मनी” अपनी जेब से लगानी होती है। यह राशि उनकी श्रेणी (सामान्य या विशेष) पर निर्भर करती है।

PMEGP के तहत दो प्रकार के प्रोजेक्ट्स को सपोर्ट किया जाता है:

सेक्टरअधिकतम प्रोजेक्ट लागत
मैन्युफैक्चरिंग25 लाख रुपये
सर्विस/बिजनेस10 लाख रुपये

सब्सिडी का विवरण:

  • ग्रामीण क्षेत्र:
  • सामान्य वर्ग: 25%
  • SC/ST/OBC/महिला/विशेष श्रेणी: 35%
  • शहरी क्षेत्र:
  • सामान्य वर्ग: 15%
  • SC/ST/OBC/महिला/विशेष श्रेणी: 25%

उदाहरण: यदि आप ग्रामीण क्षेत्र से हैं और SC श्रेणी में आते हैं, तो 10 लाख रुपये के प्रोजेक्ट पर 3.5 लाख रुपये सब्सिडी मिलेगी। बाकी 6.5 लाख रुपये बैंक लोन के रूप में दिया जाएगा।

मार्जिन मनी: आवेदक को प्रोजेक्ट लागत का 5-10% अपने पास से लगाना होगा (श्रेणी के अनुसार)।

PMEGP Business Loan Apply Now

आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए इसे ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से शुरू किया गया है।

  1. ऑनलाइन आवेदन: KVIC की वेबसाइट पर जाकर फॉर्म भरें।
  2. प्रोजेक्ट रिपोर्ट: अपने व्यवसाय का विस्तृत प्लान तैयार करें। KVIC इस में मदद करता है।
  3. दस्तावेज जमा करें: आधार कार्ड, निवास प्रमाण, जाति प्रमाणपत्र (अगर लागू हो), शैक्षणिक प्रमाणपत्र, और प्रोजेक्ट रिपोर्ट।
  4. सत्यापन और स्वीकृति: आवेदन की जाँच के बाद लोन मंजूर किया जाता है।

जरूरी दस्तावेज

  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • निवास प्रमाण (बिजली बिल/राशन कार्ड)
  • शैक्षणिक प्रमाणपत्र
  • प्रोजेक्ट रिपोर्ट
  • भूमि/बिल्डिंग का कागज (अगर व्यवसाय के लिए उपयोग होगा)

ट्रेनिंग और सपोर्ट

PMEGP Business Loan की एक और खास बात यह है कि इसमें केवल वित्तीय सहायता ही नहीं दी जाती, बल्कि व्यवसाय चलाने के लिए प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाता है। KVIC द्वारा 15-20 दिनों का निःशुल्क प्रशिक्षण आयोजित किया जाता है, जिसमें व्यवसाय प्रबंधन, उत्पादन तकनीक, गुणवत्ता नियंत्रण और मार्केटिंग जैसे विषयों को कवर किया जाता है।

इस प्रशिक्षण का उद्देश्य उद्यमियों को व्यवसाय के हर पहलू के लिए तैयार करना है। साथ ही, ट्रेनिंग के बाद बैंक लिंकेज, रॉ मटेरियल की खरीद और उत्पादों की मार्केटिंग में भी सहायता की जाती है।

सफलता की कहानियाँ

  1. राधा की सिलाई यूनिट: हरियाणा की अलका ने PMEGP से 5 लाख रुपये का लोन लेकर एक छोटी सिलाई यूनिट शुरू की। आज वह 10 महिलाओं को रोजगार दे रही हैं।
  2. राजू का फर्नीचर व्यवसाय: झारखंड के राकेश ने 15 लाख रुपये के लोन से लकड़ी का फर्नीचर बनाने का कारखाना शुरू किया। अब उनका सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये है।

चुनौतियाँ और समाधान

हालांकि, इस योजना का लाभ उठाने में कुछ चुनौतियां भी आती हैं। जैसे, कई बार आवेदकों को दस्तावेजों में त्रुटियों के कारण लोन प्रक्रिया में देरी हो जाती है। कुछ मामलों में प्रोजेक्ट रिपोर्ट को लेकर भ्रम की स्थिति बन जाती है। इन समस्याओं से बचने के लिए KVIC के अधिकारियों से सीधे संपर्क करना और उचित मार्गदर्शन लेना जरूरी है। इसके अलावा, लोन स्वीकृत होने के बाद मार्केटिंग या उत्पाद की गुणवत्ता को लेकर समस्याएं आ सकती हैं। ऐसे में, सरकारी एजेंसियां और KVIC से जुड़े विशेषज्ञ सहायता प्रदान करते हैं।

  • दस्तावेजों में गड़बड़ी: सही जानकारी और गाइडेंस के लिए KVIC ऑफिस से संपर्क करें।
  • लोन प्रोसेस में देरी: नियमित फॉलो-अप और सही प्रोजेक्ट रिपोर्ट जमा करें।
  • मार्केटिंग समस्या: सरकारी एजेंसियाँ उत्पादों की मार्केटिंग में मदद करती हैं।

निष्कर्ष – PMEGP Business loan

PMEGP योजना भारत सरकार की एक सराहनीय पहल है, जो आम लोगों को स्वरोजगार के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने का अवसर देती है। यह न केवल रोजगार सृजन करती है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और महिला सशक्तिकरण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। अगर आपके पास एक अच्छा बिजनेस आइडिया है और आप इसे साकार करना चाहते हैं, तो PMEGP का लाभ उठाने से न हिचकें।

इस योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए KVIC की हेल्पलाइन नंबर 1800-180-2503 पर संपर्क किया जा सकता है या आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट किया जा सकता है।

अधिक जानकारी के लिए:

FAQ – PMEGP Business loan

Q1. क्या PMEGP लोन के लिए कोई गारंटी चाहिए?

उत्तर : 10 लाख रुपये तक के लोन के लिए कोई गारंटी या कोलैटरल नहीं चाहिए।

Q2. लोन कितने दिनों में मिलता है?

उत्तर: आवेदन स्वीकृत होने के 3-4 महीने के भीतर।

Q3. क्या पुराना व्यवसाय चला रहे लोग आवेदन कर सकते हैं?

उत्तर: नहीं, PMEGP सिर्फ नए व्यवसायों के लिए है।

Q4. लोन चुकाने की अवधि कितनी होती है?
उत्तर: लोन को 3 से 7 साल के भीतर चुकाया जा सकता है, जिसमें 6 महीने से 2 साल तक की मोराटीयम अवधि (राहत काल) शामिल होती है।

Q5. क्या इस योजना के तहत पुराने व्यवसाय को अपग्रेड करने के लिए लोन मिल सकता है?
उत्तर: नहीं, PMEGP सिर्फ नए व्यवसाय शुरू करने के लिए है। पुराने व्यवसायों के विस्तार के लिए अन्य योजनाएं उपलब्ध हैं।

PMEGP

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